Bihar Land Survey Vanshavali 3 Form PDF Download : बिहार सरकार द्वारा जमीन से जुड़ी पारदर्शिता लाने के लिए 45,000 से भी ज्यादा गांव में लैंड सर्वे यानी भूमि सर्वेक्षण ( Bihar Jamin Survey) शुरू किया गया है| इस सर्वेक्षण में जमीन की पैमाइश दोबारा की जाएगी, जमीन के मालिकों की जानकारी का सत्यापन किया जाएगा, और जमीन के नक्शों को अपडेट किया जाएगा। अगर आप भी बिहार भूमि सर्वे अर्वाना चाहते हैं तो आपको अभी से स्व-घोषणा फॉर्म यानि की Prapatra 2 और Prapatra 3 डाउनलोड करके भर लेना चाहिये | आप Prapatra 3 यानि कीबिहार भूमि सर्वे वंशावली PDF फॉर्म अपने अंचल या शिविर से भी प्राप्त कर सकते हैं या इसे डाउनलोड भी कर सकते हैं |
बिहार भूमि सर्वे के लिए जिन दस्तावेजों को जमा करना होगा, उसमें अपनी जमीन का रकबा, चौहद्दी, खेसरा की जानकारी स्वघोषणा पत्र में देनी होगी साथ ही प्रपत्र-3 (1) वंशावली अधिनियम की धारा 5 (1) के नाम से यह फॉर्म जाना जाता है यह फॉर्म 3 पेज का हैं। जो वंशावली Bihar Land Survey के लिए महत्वपूर्ण फॉर्म हैं। इस फॉर्म में शिविर प्रभारी के लिए एक आवेदन पत्र हैं, वंशवृक्ष टेबल,वंशावली के आधार पर दखल का कब्जा का विवरण। विवरण में मुख्य रूप से रैयत का नाम, रैयत के पिता के नाम, स्थाई पता, खाता नंबर, खेसरा नंबर, रकवा, चौहदी, जमाबंदी नंबर फॉर्म में भरना हैं। इसलिए आप इस पोस्ट Bihar Land Survey Prapatra 3 download 2024 (PDF Form) बिहार भूमि सर्वे वंशावली PDF फॉर्म कैसे डाउनलोड करें में दी जा रही आसान प्रक्रिया को पूरा देखें ।
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Bihar Land Survey Prapatra 3 download 2024 (PDF Form) बिहार भूमि सर्वे वंशावली PDF फॉर्म कैसे डाउनलोड करें
बिहार भूमि सर्वे के लिए जिन दस्तावेजों को जमा करना होगा, उसमें अपनी जमीन का रकबा, चौहद्दी, खेसरा की जानकारी स्वघोषणा पत्र में देनी होगी. साथ ही पूर्वजों से मिलने वाली जमीन का नामांत्रण जीवित व्यक्ति के नाम से कराने के लिए आवेदन फॉर्म के साथ वंशावली देना जरूरी है. यह हर पंचायत स्तर पर सरपंच और पंचायत सचिव के माध्यम से बनवाई जा सकती है. वंशावली के बाद जमीन का रकबा, चौहदी, खेसरा की जानकारी स्वघोषणा पत्र में देनी है |
Bihar Land Survey संबंधित सूचना की मुख्य बातें इस प्रकार है:
- प्रपत्र 2 और प्रपत्र 3 भरकर सभी जमीन मालिकों को पंचायत या मौजे के लिए नियुक्त अमीन /कर्मी को देना है या अंचल सर्वेक्षण कार्यालय में जमा करना है.
- ये सभी कागजात जब ग्राम सभा होगी तब से एक महीने तक देने में कार्य जल्दी जल्दी निष्पादन होने की संभावना है.
- जमीन मालिक अपने जमीन की मेरहों को यानी आईर को ठीक और दुरुस्त कर लें.
- सभी जमीनों का विवरण पुराने खाते खेसरा के हिसाब से देना है.
- जिस भी जमीन का विवरण दिया जाएगा, उसका पेपर प्रपत्र 2 और प्रपत्र 3 फॉर्म के साथ लगाना है.
Bihar Land Survey करवाने के लिए सबसे पहले अपने परिवार का वंशावली बनवा लें. जमीन सर्वे में वंशावली का बेहद खास महत्व है. पूर्वजों से मिलने वाली जमीन का नामांत्रण जीवित व्यक्ति के नाम से कराने के लिए आवेदन फॉर्म के साथ वंशावली देना जरूरी है. यह हर पंचायत स्तर पर सरपंच और पंचायत सचिव के माध्यम से बनवाई जा सकती है. वंशावली के बाद जमीन का रकबा, चौहदी, खेसरा की जानकारी स्वघोषणा पत्र में देनी है. इसके साथ ही, जमाबंदी यानी मालगुजारी रसीद की फोटो कॉपी देनी है. खतियान का नकल यदि उपलब्ध हो, तो देना है|
जमीन मालिक की हो गई मृत्यु, तो क्या करें
यदि जमीन का मालिक या पूर्वज की मृत्यु हो चुकी है, इस स्थिति में मृत जमाबंदी रैयत, यानी मालिक की मृत्यु की तिथि और मृत्यु के प्रमाण पत्र की छाया प्रति देनी है. इसके नाम पर जमीन का हस्तांतरण करना है, उसको मृतक का वारिस होने का प्रमाण के रूप में आधार कार्ड आदि देना है. यदि किसी जमीन को लेकर न्यायालय का कोई आदेश हो, तो मूल प्रति की फोटो कॉपी देनी है.
अगर आपके किसी भी जमीन का दाखिल खारिज नहीं हुआ है, तो वो सबसे पहले करवा लें. तभी रसीद कटेगी, जिसे सर्वे के दौरान जमा करानी है. इस बारे में विशेष जानकारी के लिए अपने क्षेत्र के शिविर प्रभारी सह विशेष सर्वेक्षण सहायक बन्दोबस्त पदाधिकारी से सम्पर्क कर सकते हैं|
जब आपके क्षेत्र में सर्वेक्षण का काम शुरू होगा, तो आपको स्थानीय प्रशासन द्वारा सूचना दी जाएगी। इस दौरान आपको अपने जमीन से जुड़े सभी दस्तावेज, जैसे जमीन की रसीद, रजिस्ट्री की कॉपी, और खाता खतौनी, संबंधित अधिकारियों को दिखाने होंगे।
बिहार जमीन के सर्वे से जुड़े दस्तावेज
1. अगर खतियानी जमीन है तो खतियान होना चाहिए
2. अगर जमीन खरीदी है तो
– रजिस्ट्री की रसीद होनी चाहिए
– केवाला होना चाहिए
– बैनामा होना चाहिए
3. जमीन के हालिया लगान की रसीद होनी चाहिए.
4. अगर वंशज से जमीन प्राप्त की है तो वंशावली होनी चाहिए.
5. वंशावली सरपंच , वार्ड पार्षद, पंचायत सचिव, अंचलाधिकारी से स्वीकृत कर बनेगी.
Bihar Land Survey वंशावली बनवाने में पंचायत सचिव करेंगे सहयोग
आवेदक परिवार का वंशावली सूची (Bihar Vanshavali List) तैयार कर शपथ पत्र बनवाकर ग्राम पंचायत सचिव को देना होगा। पंचायत सचिव सात दिनों के अंदर वंशावली कागजात को जांच कर जांच प्रतिवेदन ग्राम कचहरी सचिव को देंगे।
ग्राम कचहरी सचिव कार्यालय अभिलेख में वंशावली कागजात को दर्ज करते हुए सरपंच को वंशावली निर्गत करने हेतु अभिलेख को भेजेंगे। सरपंच वंशावली प्रमाणपत्र पर अपना हस्ताक्षर, मोहर करने के बाद आवेदन कर्ता को वापस लौटा देंगे। इसके लिए आवेदक ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों प्रक्रिया में से कोई एक को चुन सकते हैं।
बिहार जमीन सर्वे के लिए अन्य फॉर्म कैसे डाउनलोड करें (Bihar Land Survey Form PDF Download)
Bihar Land Survey के फायदे क्या क्या है?
बिहार भूमि सर्वेक्षण के कई फायदे हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख फायदे इस प्रकार हैं:
- जमीन से जुड़े विवादों में कमी: जमीन की सही पैमाइश और मालिकों के रिकॉर्ड्स के सत्यापन से जमीनी विवादों में काफी कमी आएगी।
- जमीन के रिकॉर्ड्स का डिजिटलीकरण: इस सर्वेक्षण के बाद जमीन के सारे रिकॉर्ड्स डिजिटल हो जाएंगे, जिससे उन्हें प्राप्त करना और उनमें संशोधन करना आसान हो जाएगा।
- भूमि अधिग्रहण में पारदर्शिता: जमीन के स्पष्ट रिकॉर्ड्स होने से भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी।
- जमीन के लेन-देन में आसानी: जमीन के सही और अपडेटेड रिकॉर्ड्स होने से जमीन खरीदने और बेचने में आसानी होगी।
- सरकारी योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन: जमीन के सही आंकड़ों से सरकार को कृषि, सिंचाई और अन्य विकास योजनाओं को बेहतर तरीके से लागू करने में मदद मिलेगी।
Bihar Land Survey FAQs
बिहार में जमीन का सर्वे कब होगा?
Bihar Land Survey 2024: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर बिहार के 445 अंचलों में विशेष भूमि सर्वेक्षण कार्य शुरू हो गया है। नवंबर 2025 तक सर्वे पूरा करने का लक्ष्य है। जिला अधिकारियों ने जनता को जरूरी दस्तावेजों के बारे में जानकारी दी। माना जा रहा है कि सर्वे के पूरा होने पर भूमि विवाद का समाधान होगा।
बिहार भूमि सर्वे के समय मुझे क्या दस्तावेज दिखाने होंगे?
आपको जमीन की रसीद, रजिस्ट्री की कॉपी, खाता खतौनी और पुराने जमीन के नक्शे (यदि उपलब्ध हों) दिखाने होंगे।
बिहार भूमि सर्वे ऑनलाइन कहां से करें?
बिहार भूमि सर्वे आप ऑनलाइन आवेदन dlrs.bihar.gov.in के माध्यम से कर सकते हैं|
बिहार भूमि सर्वे ऑनलाइन स्थिति कैसे चेक करें ?
बिहार भूमि सर्वे ऑनलाइन स्थिति dlrs.bihar.gov.in के माध्यम से चेक कर सकते हैं |
बिहार भूमि सर्वे का खेसरा पंजी कौन भरेगा ?
यह फॉर्म भरने का काम अमीन करेंगे और साथ में आपका प्लॉट का सत्यापित कर इस फॉर्म में वह हर एक कलम को अच्छे से भरना है तथा आपको जो फॉर्म भरने नहीं आएगा मैं उस फॉर्म को आर्टिकल में जरूर लिखूंगा यह फॉर्म कैसे भरा जाएगा | जो फॉर्म आपको भरना है |
क्या बिहार भूमि सर्वे सर्वेक्षण के बाद मेरी जमीन छीन ली जाएगी?
यह अफवाह है। सर्वेक्षण का उद्देश्य जमीन के सही मालिकों का पता लगाना और रिकॉर्ड्स को दुरुस्त करना है। जमीन किसी से नहीं छीनी जाएगी।